आप की जीत के साथ साथ दोहरी ख़ुशी हुई हे इसलिए की कई पुराने मुस्लिम नेता चुनाव हार गए हे बहुत ही बढ़िया ये मुस्लिम नेता किसी काम के नहीं हे पुरे देश में ही अधिकांश मुस्लिम नेता ना विकास कार्यो के लिए मश्हूर हे और ना ही किसी भी सादगी या त्याग के लिए ना कही दंगे फसाद रोकने के लिए . ये केवल सेकुलरिस्म के नाम की मलाई खाते रहते हे अब इन सभी को घर बिठाना चाहिए सलमान खुर्शीद जैसे नेताओ की मक्कारी देखिये जिस पार्टी ने उन्हें देश का पहला मुस्लिम विदेश मंत्री बनाया उसे गर्त में छोड़ कर अपनी लाखो की प्रेक्टिस करने में बिजी हे हद हे
क्या बेहतरीन कहावते मुहावरे दे रखे हे हमारे बुजुर्गो ने जो हमेशा सही सिद्ध होते हे जिन पर समय की गति का कोई प्रभाव नहीं होता हमेशा सही . जैसे हमने सुना था की ” मति भरष्ट करता हे अन्यायी का अन्न ” इसमें कोई शक नहीं की मोदी नामधारी दस लखिया सूट ने भी कई मोदी समर्थको को घर बैठने पर विवश कर दिया होगा ये सोच कर की ” यकीन नहीं होता ये वही किशन हे ” जो कहता था की चाय बेचता था गरीब था ये था वो था असल में मोदी जी पी एम बने ही पूंजीवादी पिशाचों के 2007 से चल रहे अरबो के निवेश से तो फिर भला उनके तौर तरीको से भला कैसे बच सकते थे संभव ही नहीं हे
आपको भी और सभी लोगो को बहुत बहुत बधाई असल में हम लोगो का आप पार्टी से कोई लेना नहीं हे मगर मज़बूतविपक्ष तो चाहिए ही चाहिए इसलिए हम खुश हे आने वालो सालो में आप देखेंगे की केजरीवाल नितीश और वाम पार्टियो का गठबंधन आएगा बहुत बढ़िया
आप की जीत से कुछ हो या न हो मगर साम्प्रदायिक सोच रखने वाले के मुंह पे एक जरूर तमंचा है .आज भारत की जीत हुई है और साध्वी , आदित्यनाथ , ओवैसी , बुखारी , साक्षी जैसे सोच रखने वाले की करारी हार हुई है
लोकसभा चुनाव के बाद अमित शाह ने भाजपा के लोगों से कहा था कि उन्हें अब जीत की आदत डालनी होगी । इस प्रकार प्रकारांतर से उन्होंने अपने लोगों को सत्ता के मद में मगरूर होने का ही आह्वान किया था ।
इसके विपरीत अरविंद केजरीवाल लगातार अपने लोगों को हर प्रकार के अहंकार से बचने का आह्वान कर रहे हैं ।
भाजपा का रास्ता आम लोगों का दमन करके, डरा-धमका कर अपने विचारों को देश पर आरोपित करने का रास्ता है । ‘आप’ का रास्ता पूरी विनम्रतापूर्वक से जनता की सेवा का रास्ता है ।
किरन बेदेी नहेी हारेी बल्कि भाजपा हारेगेी ! और वह भेी अपने कर्मो से ! बेचारेी किरन तो राज्नेीति कि ए बेी सेी देी भेी विशेश नहि जान्तेी है !
नाथू राम गोडसे ही सूपर था।गाँधी का मरना बहुत जरूरी था। अगर मैं होता तो मैं भी यही करता।स्वतंत्र भारत का प्रथम आतंकवादी गाँधी था।
अफज़ल भाई और सभी पाठको को बहुत बहुत बधाई पूंजीवादी और हिन्दू कठमुल्लवादी गठजोड़ के ” अश्वमेध के घोड़े ” को केजरीवाल ने दिल्ली में रोक लिया हे
आप की जीत के साथ साथ दोहरी ख़ुशी हुई हे इसलिए की कई पुराने मुस्लिम नेता चुनाव हार गए हे बहुत ही बढ़िया ये मुस्लिम नेता किसी काम के नहीं हे पुरे देश में ही अधिकांश मुस्लिम नेता ना विकास कार्यो के लिए मश्हूर हे और ना ही किसी भी सादगी या त्याग के लिए ना कही दंगे फसाद रोकने के लिए . ये केवल सेकुलरिस्म के नाम की मलाई खाते रहते हे अब इन सभी को घर बिठाना चाहिए सलमान खुर्शीद जैसे नेताओ की मक्कारी देखिये जिस पार्टी ने उन्हें देश का पहला मुस्लिम विदेश मंत्री बनाया उसे गर्त में छोड़ कर अपनी लाखो की प्रेक्टिस करने में बिजी हे हद हे
क्या बेहतरीन कहावते मुहावरे दे रखे हे हमारे बुजुर्गो ने जो हमेशा सही सिद्ध होते हे जिन पर समय की गति का कोई प्रभाव नहीं होता हमेशा सही . जैसे हमने सुना था की ” मति भरष्ट करता हे अन्यायी का अन्न ” इसमें कोई शक नहीं की मोदी नामधारी दस लखिया सूट ने भी कई मोदी समर्थको को घर बैठने पर विवश कर दिया होगा ये सोच कर की ” यकीन नहीं होता ये वही किशन हे ” जो कहता था की चाय बेचता था गरीब था ये था वो था असल में मोदी जी पी एम बने ही पूंजीवादी पिशाचों के 2007 से चल रहे अरबो के निवेश से तो फिर भला उनके तौर तरीको से भला कैसे बच सकते थे संभव ही नहीं हे
सहमत हयात जेी ! बधाइ !!
आपको भी और सभी लोगो को बहुत बहुत बधाई असल में हम लोगो का आप पार्टी से कोई लेना नहीं हे मगर मज़बूतविपक्ष तो चाहिए ही चाहिए इसलिए हम खुश हे आने वालो सालो में आप देखेंगे की केजरीवाल नितीश और वाम पार्टियो का गठबंधन आएगा बहुत बढ़िया
आप की जीत से कुछ हो या न हो मगर साम्प्रदायिक सोच रखने वाले के मुंह पे एक जरूर तमंचा है .आज भारत की जीत हुई है और साध्वी , आदित्यनाथ , ओवैसी , बुखारी , साक्षी जैसे सोच रखने वाले की करारी हार हुई है
लोकसभा चुनाव के बाद अमित शाह ने भाजपा के लोगों से कहा था कि उन्हें अब जीत की आदत डालनी होगी । इस प्रकार प्रकारांतर से उन्होंने अपने लोगों को सत्ता के मद में मगरूर होने का ही आह्वान किया था ।
इसके विपरीत अरविंद केजरीवाल लगातार अपने लोगों को हर प्रकार के अहंकार से बचने का आह्वान कर रहे हैं ।
भाजपा का रास्ता आम लोगों का दमन करके, डरा-धमका कर अपने विचारों को देश पर आरोपित करने का रास्ता है । ‘आप’ का रास्ता पूरी विनम्रतापूर्वक से जनता की सेवा का रास्ता है ।
मोदि जि ऐसे कैसे हार गै किरन जि महरि